पिंजरापोल फलोदी की नई कार्यकारिणी गठित

श्री ओसवाल गौसेवा सदन पिंजरापोल फलोदी की नई कार्यकारिणी का गठन संपन्न हुआ-सदस्यों ने कार्यभार ग्रहण किया  



फलोदी (राजस्थान)


फलोदी कस्बे में आज श्री ओसवाल गौसेवा सदन पिंजरापोल फलोदी के नव नियुक्त अध्यक्ष रविंद्र कुमार जैन एवं उनकी कार्यकारिणी ने कार्यभार संभाल लिया है।  पिंजरापोल की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि गौशाला की  कार्यकारिणी का गठन 3 वर्षों के लिए किया जाता है और जब अवधि पूरी हो जाती है तो गौशाला संचालन समिति के सभी सदस्यों के साथ एक बैठक की जाती है। यह बैठक अगली कार्यकारिणी की संरचना तय करती है। फिर उसके बाद में  नवगठित कार्यकारिणी  अपने कार्यभार ग्रहण करती है। पिछली कार्यकारिणी के अध्यक्ष रविंद्र कुमार जैन इस बार भी  सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने गए हैं।  बताया जाता है कि जैन का पिछला कार्यकाल तमाम उपलब्धियों से भरा था।



अपने लगन और निष्ठा से  गौशाला के कई महत्वपूर्ण कार्य किए। आज श्री ओसवाल गौसेवा सदन पिंजरापोल फलोदी  की नई कार्यकारिणी  सदस्य उपस्थित थे  और बड़े उत्साह के साथ  कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर एक औपचारिक बैठक भी की गई जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए जिसे भविष्य में  पूरा करने का संकल्प लिया गया।उपस्थित कार्यकारिणी सदस्यों में धनराज लूणावत,प्रफुल्ल बुरड, अंकित गोलेछा,मुकेश कोठारी, अशोक सर्राफ,देवेंद्र वेद , राकेश गोलेच्छा को उपाध्यक्ष ,कोषाध्यक्ष , सचिव,सह सचिव,सह कोषाध्यक्ष,प्रचार मंत्री तथा सोशल मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने यह भी बताया कि गौसंवर्धन का जिम्मा स्वरूपचंद पारख को दिया गया है। कार्यकारिणी  के दूसरे   नए सदस्यों में स्वरूपचंद पारख,विकास हुड़िया,मगेलाल वैद,अर्जुन लाल गोलेछा,विमल चंद कानूगा,महावीर भंसाली एवं करण गोलेच्छा  को भी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। पुराने सदस्यों में मदन गोलेछा, उत्तम वेद ,सुनील लुकड़, हुक्मीचंद पिंचा,नीरज वैद,राजा भंसाली, नितेश नाहटा, भरत छजलानी,श्रीपाल चोरडिया व राजेन्द्र बोथरा भी नई कार्यकारिणी में सदस्य रहेंगें।



श्री ओसवाल गौसेवा सदन पिंजरापोल फलोदी के नव नियुक्त अध्यक्ष रविंद्र कुमार जैन ने बताया कि आज से कुछ दिन पहले गौशाला की परिपाटी के अनुसार एक सामान्य बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें नई कार्यकारिणी का चयन किया गया था। इस  पिंजरापोल में फलोदी कस्बे  के  बाहर  व्यापार करने वाले तकरीबन 3000 परिवार प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष  रूप से जुड़े हुए हैं जो समय-समय पर गौशाला को सहायता भी देते हैं। पिछली कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद नियमानुसार नई कार्यकारिणी चयनित की गई है। फलोदी कस्बे में निवास करने वाले तकरीबन 150 परिवार  सक्रिय रूप में इस गौशाला से जुड़े हुए हैं जिसका नतीजा है कि यह गौशाला निरंतर सफलता की ओर अग्रसर है। फलोदी तथा फलोदी के आसपास के क्षेत्र में गोवंश का एक्सीडेंट हो जाता है उनकी प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा भी इस गौशाला में उपलब्ध है। प्राथमिक चिकित्सा करवाने के बाद उसे गौशाला अपने खर्च पर जोधपुर अथवा नागौर बड़े हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजने की व्यवस्था भी करती है।


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