गौसेवा अभियान में धर्मगुरुओं द्वारा गौकथा वाचन चमत्कारिक है : गिरीश जयंतीलाल शाह

मोरवाडा ( गुजरात) ; 2 दिसंबर 2019


राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता स्वयंसेवी संस्था "समस्त महाजन" के मैनेजिंग ट्रस्टी भारतीय जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड के सदस्य गिरीश जयंतीलाल शाह आज-कल धर्मगुरुओं द्वारा आयोजित कई कार्यक्रमों में शामिल हुए और वहां गौ सेवा की महिमा सुनने के लिए आतुर भीड़ को देखकर अत्यंत प्रभावित हुए. उन्होंने बताया कि गौ सेवा के प्रति लोग जागृत होते है . धर्मगुरुओं द्वारा आयोजित प्रवचनों के माध्यम से   गौसेवा भाव  लोगों में जागृत किया जाना चाहिए. किसी भी सेवा के लिए शुद्ध भावना अत्यंत आवश्यक है और ऐसी भावनाएं हमेशा समाज को राह दिखाने वाले धर्मगुरुओं से प्राप्त होता है.इसमें कोई शक नहीं कि धर्म एक शुद्ध विज्ञान है जो इंसान को सदमार्ग की ओर ले जाता है.इतने नहीं इससे प्राप्त होने वाले सुख और शांति की तुलना मुश्किल है. शाह का मानना है कि धार्मिक प्रवचनों के द्वारा समाज के लिए तमाम महत्वपूर्ण संदेश दिए जाने चाहिए. ऐसी संदेश सामाजिक परिप्रेक्ष्य में अत्यंतप्रभावकारी होते हैं क्योंकि यह लोगों के दिल को छू जाता हैं.


गौ संरक्षण, संवर्धन एवं विकास के अभियान में गौ सेवा एवं पशु कल्याण का संदेश प्रसारित कर पशुओं पर होने वाले जाने- अनजाने में अपराधों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है. इसका मूल कारण यह है कि सकारात्मक एवं नकारात्मक विचारों की उत्पत्ति हमारी सोच पर निर्भर है.इस सोच को बदलने के लिए आज से नहीं पुरातन काल से हमारे धर्म गुरुओं की बहुत बड़ी भूमिका रही है.गिरीश जयंतीलाल शाह गुजरात राज्य के मोरवाडा में एक बड़ी गौशाला "श्री वेराई माता गौसेवा ट्रस्ट"संचालित एक अनुष्ठान में शरीक हुए और बताया कि गौ सेवा की महिमा को सुनने के लिए आतुर लोगों की भीड़ देख कर वह बहुत खुश हुए .इस आयोजन में 30 - 35 हजार धार्मिक विचारधारा एवं पशु प्रेमी व्यक्तित्व के लोग शरीक हुए. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रस्ट द्वारा गौ सेवा का बेहतरीन कार्य किया जा रहा है जो सचमुच अनुकरणीय है. शाह ने बताया कि 706 एकड़ भूमि पर चारा उगाने वाली ट्रस्ट की यह गौशाला गुजरात के प्रतिष्ठित गौशालाओं में से एक है."श्री वेराई माता गौसेवा ट्रस्ट" द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा साथ ही साथ गौ महिमा का वर्णन लोगों का मन मोह लिया.


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