अनियंत्रित भोजन प्रणाली का भयावह नतीजा है आज "करोना वायरस" का कहर


गिरीश जयंतीलाल शाह


वुहान यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी में बहुत अधिक संख्या में भारतीय छात्र समुदाय है और अधिकतर मेडिकल के छात्र हैं और वुहान यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी में .वायरस के बारे में पता चलने के बाद उनके विश्वविद्यालय की कैंटीन में मांसाहारी खाना देना बंद कर दिया गया है.इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस चीन की एक लड़की के जरिए फैला जिसने चमगादड़ खा लिया था.डेली मेल के अनुसार  चमगादड़ को खाने और उसका सूप पीने से हुआ है. इस वीडियो के साथ यह मैसेज वायरल हो रहा है कि चमगादड़ खाने के बाद लड़की में कोरोना वायरस पनपा जो लोगों में आज तेजी से फैल रहा है.


करोना वायरस  पूरे देश में तेजी से फैल रहा है. सावधानी  एवं उपचार के  तरीके ढूंढने जा रहे हैं. विशेषज्ञ इस  विपत्ति का कारण ढूंढ रहे हैं.कइयों का मानना है कि हमारे बिगड़ैल भोजन शैली का नतीजा है. हम सभी जानते हैं कि  हमारी भोजन शैली हमारे सुखमय  जीवन का एक महत्वपूर्ण कारक है. अगर देखा जाए तो शाकाहार और जीव दया या पशु कल्याण में एक गहरा रिश्ता है जिसका पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी से  ग़हरा तालमेल है. इसलिए हर व्यक्ति को आज जीव दया के कार्य में हिस्सा बटाने की परम आवश्यकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस से बचने के लिए किसी भी जानवर या संक्रमित व्यक्ति के करीब जाने से बचना एक बेहतर तरीका है। 


पश्चिमी देशों में फैक्ट्री फार्मिंग के जरिए पशुओं के प्रति कल्याण की भावना- "जीव दया और करुणा" का अत्यंत तिरस्कार हुआ है जिसका नतीजा आज सभी को पता है. इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण पर  दिखाई दे रहा है. मनुष्य की सहज- सरल भोजन की प्राकृतिक  आदत शाकाहारी भोजन की ओर लोग लौटने लगे हैं.अभी हाल में करोना वायरस का आतंक पशु हत्या एवं मांसाहार का एक विकराल स्वरूप है जो समूची दुनिया के लिए बहुत बड़ा संदेश लेकर आया है. इस विषय पर बड़े गंभीरता से विचार करने की परम आवश्यकता है. 


नवीनतम जानकारी के अनुसार चीन में कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. चीन की लगातार कोशिश के बावजूद मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. चीन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है, जबकि 1300 नए मामले सामने आए हैं. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस अधानोम घेब्रेयसुस हालात का जायजा लेने के लिए आज चीन आ रहे हैं.चीन से निकलकर कोरोना वायरस दूसरे देश में पांव पसार रहा है. अमेरिका, हांगकांग, मकाऊ, ताईवान और भारत के बाद अब श्रीलंका में भी कोरोन वायरस के संदिग्ध मिले हैं.


देश की राजधानी दिल्ली समेत मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोच्चि और कोलकाता हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. चीन और हांगकांग से लौटे यात्रियों की थर्मल जांच की जाएगी. यात्रियों को विमान में चढ़ने से पहले सेल्फ़ रिपोर्टिंग फ़ॉर्म भरना होगा.नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार देश के सात हवाई अड्डों पर सभी ज़रूरी व्यवस्थाएं की गई हैं. मंत्रालय का कहना है कि वे इन सभी हवाई अड्डों के संपर्क में हैं ताकि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन किया जा सके.स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस बेहद संक्रामक है. मिसाल के तौर पर अगर विमान में एक यात्री भी इसकी चपेट में है तो कुछ मिनटों में ही सैकड़ों यात्री इसकी चपेट में आ सकते हैं. बेहतर है स्वस्थ रहने के लिए शाकाहारी बने और व्यवहार में जीव दया का प्रचार प्रसार करें.


(लेखक मुंबई स्थित समाज सेवी संस्था "समस्त महाजन" के मैनेजिंग ट्रस्टी एवं भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड, भारत सरकार के सदस्य है.समस्त महाजन से जुड़ने के लिए संपर्क करें-   samastmahajan9@gmail.com/www.samastmahajan.org)


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