1 मई 2020 ;गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
नई दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज-"ऐम्स" फिर ऑपरेशन करा करके लौटे रामानुज सिंह काम बड़े हिम्मतवाला है और उसी तरह से उनका जवाब। रामानुज सिंह मानते हैं कि लाफ डाउन का कोई भरोसा नहीं है. कितना आगे चलेगा कुछ पता नहीं है। इसलिए जो भी लो निस्सहाय जीव -जंतु तथा पशु- पक्षी से लेकर के मनुष्य की सेवा में लगे हुए हैं वह सभी लोग अपने काम को निरंतर जारी रखें। इंसानियत का जज्बा रखने वाले लोगों को जीवन में सेवा करने का इससे बढ़िया मौका नहीं मिलेगा।
रामानुज का कहना है कि लॉक डाउन अभी रुकने का चांस नहीं लगता है और यह जरूर अभी आगे जाएगा। उन्होंने बताया कि वह है गाजियाबाद के विजय नगर मैं फिलहाल मनुष्य से लेकर के पशु -पक्षियों की सेवा कारी में लगा हुआ हूँ। यह सेवा कार्य मेरे आत्मा की आवाज है। तमाम लोग सिर्फ इंसानों के लिए काम कर रहे हैं लेकिन मेरा मानना है कि जानवरों को भी प्राथमिकता मिलना चाहिए। जीवन अपने लिए नहीं दूसरों के लिए समर्पित होना चाहिए तभी उसका मतलब सार्थक माना जाएगा। साथ में कुछ जाना नहीं है, सब कुछ यही रह जाएगा। उन्होंने बताया कि शाम को 6:00 बजे विजयनगर साइड में जितने पुलिस का नाके हैं , उन सारे नाकों पर चाय- बिस्किट पर चाहता हूं और साथ में आते जाते जितने भी पशु पक्षी मिलते हैं उनके लिए भी चारा दाना या रोटी देना मेरा रोजाना का कार्य है।
उन्होंने बताया कि वह निराश्रित पशु पक्षियों से लेकर पुलिसकर्मी तथा स्वास्थ्य कर्मियों से बहुत प्रभावित हैं । इसलिए अपने घर से अपने हाथों से काली मिर्च ,अदरक , लवंग तथा इलायची डाल के दूध का पहिया चाय बनाते हैं और फिर उसे बांटते भी। आमतौर से उनके चाय आवंटन का समय प्रतिदिन शाम 6:00 बजे ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों मैं पहुंचाने से लेकर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों के लिए भी वह सेवाएं दे रहे हैं। इस कार्य में उनके एक मित्र का बहुत बड़ा योगदान है क्योंकि उनको मोटरसाइकिल पर बैठा लेते हैं और उनके सहयोग से निकल निकल पड़ते हैं। इस प्रकार बड़े से कंटेनर में चाय और बोरी में पशुओं के लिए चारा जैसी सामग्री पहले से हर रोज तैयार रखते हैं ताकि अगले दिन उसे वितरित कर सकें जो अभी तक निरंतर जारी है। सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से बंदरों को केला डाल रहे हैं। प्रतिदिन भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह इनका कार्य जीवन भर चलता रहे। उनका मानना है कि यह कार्य कोई वह अकेले नहीं कर रहे हैं। हर शहर में हर जगह सभी लोग अपने बलबूते के अनुसार से यह कार्य जारी रखे हुए हैं और शायद यह सेवा कार्य जब तक लॉक डाउन चलेगा तब तक सब लोग चलाएंगे। मैं भी अपनी सेवाएं निरंतर जारी रखूंगा।
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