बड़े मुश्किल से कुत्ते और बंदर की लड़ाई में बंदर की जान बची - गाजियाबाद में लावारिस पशुओं की दुर्दशा- पशु कल्याण संस्थाएं नाम मात्र की


गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)


गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का एक बड़ा ही महत्वपूर्ण शहर है  जहां पिछले कई महीनों से पशुओं पर होने वाले अत्याचार आए दिन होते रहते हैं।  पिछले कुछ महीनों से शहर में कई पशु प्रेमी सामने आए हैं जिससे  लावारिस पशुओं के तात्कालिक जीवन रक्षा का कार्य आसान हो गया है।  भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के मानद जिला जीव जंतु कल्याण अधिकारी रामानुज सिंह ने बताया कि शहर में  बेसहारा एवं लावारिस पशुओं के साथ होने वाले  अपराध या किसी समस्या को कुछ घंटों में  पहुंचकर बचाव कार्य करने का निर्णय लिया गया है जिसमें कई युवा पशु प्रेमी शामिल किए गए हैं। 



उन्होंने आगे बताया कि  कल सवेरे किसी पशु प्रेमी का संदेश आया कि एक बंदर घायल अवस्था में पड़ा हुआ है और  उसे तत्कालिक उपचार की आवश्यकता है।  बंदर के बचाव में निकलते ही रामानुज सिंह के साथ कई अन्य साथी शामिल हो गए और बंदर को नियमानुसार देखभाल करने के लिए वन विभाग को सूचित किया गया।  सूचना पाकर के वन विभाग के कर्मचारी मौके पर आए और बंदर को पकड़कर उपचार के लिए ले गए। 


रामानुज सिंह बंदर के जीवन को बचाते हुए  बताया कि आज विजय नगर, प्रताप विहार ,गाजियाबाद में एक बंदर और कुत्तों की  घमासान लड़ाई हुई।  कुत्तों की संख्या अधिक थी इसलिए बंदर को घेर लिया  और उसके शरीर पर काट लिए। घटना के कुछ ही मिनटों में  बंदर को पकड़कर वन विभाग के हवाले कर दिया गया जहां उसकी चिकित्सा चल रही है।  एक अधिकारी ने बताया कि बंदर के स्वस्थ होने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा। 



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